Hindi Moral Stories | जादुई शेर | Magical Lion Hindi stories

Hindi Moral Stories – जादुई शेर

जादुई शेर:

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(Hindi Moral Stories)

रामेश्वर नाम के एक छोटे से गांव में कैलाश नाम का एक आदमी रहता था । वो एक दूध का व्यापारी था । वो आदमी बहुत ही बुरा इंसान था उसकी सोच बहुत घटिया थी । दूध में बहुत सारा पानी मिलाकर बेचा करता था । उस नाम में कैलाश के सिवा कोई और दूध का व्यापारी नहीं था जिसके कारण सारे गांव के लोग उसी के पास दूध खरीदा करते थे । इस तरह वो कैलाश गांव वालों के साथ बहुत अन्याय करके पैसा कमाया करता था । वह कहता था इस गांव में मेरे सिवाय कोई और दूध वाला नही है । सारे लोग मेरे ही पास खरीदेंगे । मैं इसमें ज्यादा पानी भी क्यों न मिला दूं । फिर भी मुझसे ही खरीदेंगे । कल से मैं दूध में दो गुना पानी मिलाकर बेचूंगा ।

इस तरह कैलाश ने दूध में बहुत सारा पानी मिलाकर बेच दिया था । जैसा उसने सोचा था वैसे ही उसे उस दिन बहुत ज्यादा लाभ भी मिला था जिसे देख कर कैलाश बहुत खुशी खुशी शाम को अपने घर वापस लौटता है । फिर दूसरे दिन भी वो ऐसा ही करना चाहता था और सुबह उठ कर जैसे ही वो अपने फैन्स के पास जाकर देखता है कि उसके दोनों ही भैंस बीमार थे जिस से पर बहुत कम ही दूध दिए थे । ये देख कर कैलाश ने सोचा कि अगर ऐसा ही चलता रहेगा तो उसे तब बहुत नुकसान हो जाएगा ।

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फिर उसने ये सोचा कि उन दोनों भैस को बेच कर नए भैंस अपने लिए खरीदेगा । और उसने बोला और ये तो बीमार हो गई है । अब पता नहीं इसकी कीमत मुझे कितनी मिलेगी । किसी भी तरह हाथ 40 हजार ज़रूर कमाने पड़ेंगे इन दोनों के लिए । इस तरह कैलाश दोनों भैंस को लेकर बेचने के लिए बाजार में चला जाता है । जिसे देख कर एक आदमी कैलाश के पास आकर कहता है देखो चालीस हजार से एक रुपया भी कम नहीं करूंगा । अगर पसंद आए तो बात आगे बढ़ाते हैं वरना यहां से चलो उस आदमी ने बोला अरे भैया पड़ोस के गांव में पैंतीस हजार में ही दे रहे हैं । वैसे भी देखने में ये जानवर ज्यादा तंदुरुस्त भी नहीं लग रहे ।

अगर एक एक तुम तीस हजार में दे दोगे तो मैं दोनों ही ले लूंगा वरना नहीं । कलश ने बोला अरे यह क्या एक एक गाय का तीस हजार इसका मतलब दो कि मुझे 60 हजार मिलेंगे । बीमार जानवरों के लिए इतना पैसा कौन देगा मुझे यूं कोई पागल लगता है । इसको ये बात पता चलने से पहले ही मुझे यहां से पैसा लेकर चलना पड़ेगा । आदमी ने किस से बात करते हुए बोला हां ठीक है ठीक है लेकिन सारा पैसा अभी ढोना होगा जो को किसी और ने भी मुझसे बात करके रखी है । अगर तुम नहीं लोगे तो मैं उसको दे दूंगा । हां हा भाया पैसे अभी दे दूंगा ये रहे ।

इस तरह कैलाश उस आदमी को धोखे से अपने दोनों ही फैन्स को बहुत अच्छे लैब में बेच देता है । फिर इतना पैसा एक साथ देखकर उसकी नीयत बदल गई थी और उसने बोला और वह ये काम तो बहुत अच्छा है । एक ही दिन में इतनी 9,500 पूर्व साल मेहनत करने के बाद भी दूध बेच कर मुझे इतने पैसे नहीं मिलते हैं जितना कि एक दिन मैं ही मिले है। अगर आसपास के सौरिख गाय भैसों को मैं चोरी करके बेचता रहूंगा तो एक ही महीने में लाखों रुपये कमा सकता हूं और एक साल के अंदर ही ब्रीड करोड़पति बन जाऊंगा हा हा हा हा ।

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कोई अच्छा काम करने के लिए मुहूर्त की जरूरत होती है और लोगों की भी । लेकिन चोरी करने के लिए इसकी कोई जरूरत नहीं होती । इसीलिए जैसे ही उसके दिमाग में ये बुरी सोच आई थी तभी फौरन शहर निकलता है और जितना भी पैसा उसके पास था वो देकर एक नकली शेर को बनवाता है । फिर उसमें एक मोटर भी लगवाता है देखने के लिए वो बिल्कुल शेर जैसा लगता था लेकिन वो थी तो गाड़ी थी जिसके अंदर बैठ कर कैलाश आराम से चोरियां कर सकें क्योंकि उनके गांव के पास ही में एक बहुत बड़ा जंगल है जिससे कभी कबार जान लेवा जानवर जैसे कि शेर बब्बर शेर वहां आते थे और उस गांव के भेड़ बकरियों को खा जाया करते थे ।

कैलाश ने भी ऐसा ही कुछ सोचा था कि वो शेर के रूप में जाकर सारे लोगों को डराकर वहां के सारे गाय भैंस भेड़ बकरियों को चुरा सकें । फिर इसी तरह एक दिन वो शेर के रूप में रहने वाली गाड़ी में बैठ कर एक गांव की तरफ जाता है जिसे देख कर एक बूढ़ा आदमी बहुत डर जाता है और चिल्लाता हुआ आता है । बूढ़ा ने बोला अरे बाप रे भागो भागो हमारे गांव में शेर आ गया है भागो भागो । मेरी तो निकल पड़ी पागल इंसान कड़ी के नकली शेर को देखकर असली समझ बेटे ।

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कैलाश ने शेर जो शेर की शकल वाली गाड़ी बनवाई थी । उसमें असली शेर की दहाड़ की आवाज वाला होर्डिंग लगवाया था जिसे लोग दूर से देखकर यही समझते थे कि असली शेर आ गया है और वे सारे लोग डर कर अपने अपने घरों में जाकर छुप जाया करते थे जिसका फायदा कैलाश खूब उठाया करता था । पहले से ही उसने तैयार रखी गाड़ी में जितने भी गाय भैंस बकरी वगैरह मिलते थे सारे जानवरों को वाहन में डाल कर दो तीन गांव पार लगाता था और फिर कहीं दूर ले जाकर उन्हें बेच दिया करता था । ये सारे काम करने के लिए कैलाश ने पैसों की लालच दे कर दो और आदमियों को भी अपने पास काम करने के लिए रख लिया था ।

इसी तरह वो लोग आसपास के सारे गांव के लोगों को डराया करते थे । जब लोग डरकर छुप जाया करते थे तब सारे जानवरों को चुराया करते थे और फिर बेचा करते थे और बेचारे इस सारे गांव के लोग यही समझते थे कि ये काम जरूर शेर का ही होगा । जैसे तैसे ये बात आसपास के सारे गांव में फैल रही थी फिर पुलिस को भी ये बात का पता चल गया था और इस गांव की जांच के लिए पुलिस वहां पहुंच गई थी और फॉरेस्ट डिपार्टमेंट वाले भी उस शेर को पकड़ने के लिए पूरी तैयारी कर लिए थे ।

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एक पुलिस वाले ने बोला सर इस गांव के सारे लोगों से मैंने पूछताछ कर ली है । इन्होंने कहा है कि कल ही गांव पर शेरनी ने हमला किया है और इनका कहना है कि चार गाय और 6 बकरियां नजर नहीं आ रही है । एक शेर और इतने जानवर को ये भी तो हो सकता है कि एक से ज्यादा शिराएँ होंगे । पता नहीं सर । लेकिन सारे लोग एक ही बात कह रहे हैं । उनका कहना है कि शायद उस शेरनी उनके जानवरों को जंगल में ले जाकर मारा होगा क्योंकि गांववालों ने उनके जानवरों के शरीर या फिर हड्डियां तक गांव में नहीं देखी है । अच्छा इस जगह पर भी हुई खून के निशान नजर नहीं आ रहे हैं ।

आसपास के सारे गांवों में पुलिस ने पूछताछ शुरू कर दी थी लेकिन गांव के सारे लोग यही बात कह रहे थे जिससे पुलिसवालों ने गांववालों से कहा कि जैसे ही वो शेर गांव में आ जाएगा उन्हें फौरन खबर करें । फिर सारे गांव के लोगों को उन्होंने अपने फोन नंबर्स दिए थे । फिर वहां से चले गए थे लेकिन कैलाश ये सारी बातों से बेखबर था और बहुत ही खुशी खुशी चोरिया करता रहा और लाखों रुपये कमाता रहा । इसी तरह एक दिन गांव में आ गया था फिर कैलाश ने दबाया था । जैसे ही उसने हॉर्न दबाया था शेर के दहाड़ की आवाजें आने लगीं जिसे सुन कर सारे लोग डर गए और अपने अपने घरों में जाकर छुप गए थे और स्नूप डॉग को लोग आवाज से डर कर भूल गए ।

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जैसे ही सारे लोग अपने अपने घरों में जाकर छिप गए थे उसके दोनों आदमी जितने उनको जानवर मिले थे सारे जानवरों को वैन में डाल कर वहां से चले गए थे । अरे क्या बात है चोरी करना इतना आसान है की एक ही दिन में 2 लाख रुपयों कमा रहा हो और मेरे पेट में गड़बड़ी कैसे ये कहता हुआ कैलाश अपनी गाड़ी से उतर कर एक पेड़ के पीछे जाता है और इतने में गांव वालों ने पुलिस को फोन करके खबर कर दी थी कि उस गांव में शेर आ पहुंचा है ।

जैसे ही कैलाश अपना काम खत्म करके अपनी गाड़ी में बैठना चाहा था उससे पहले ही पुलिस उसे पूरी तरह घिर चुकी थी और रुक पुलिस में कुछ नहीं जानता । युधिष्ठिर योगेश्वर नील सारे जानवरों को खा गया । आप चाहे तो इसे लेकर जाइएगा । हमें सब पता है कि किसको पकड़ना है और किसको छोड़ना है । वैसे तुमने ये बनाया कहां से । दूर से देखकर मुझे भी यही लगा था कि कोई असली शेर है बहुत ही शातिर दिमाग लगते हो । कोई अच्छे काम के लिए तो अपना दिमाग इस्तेमाल नहीं करते । अभी चलो चलो जेल में जो कुछ तुम्हें करने का मन करेगा । ठीक से कर लेना ।

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पुलिस ने कैलाश के साथ साथ उसके पास काम करने वाले उन दोनों आदमियों को भी गिरफ्तार कर लिया था । जितना भी पैसा अन्याय करके कैलाश ने कमाया था । सारे पैसे जानवरों के मालिकों को लौटा दिए थे । सारे गांव में कैलाश की बहुत बेइज्जती हुई थी । जितना पैसा उसने चोरी करके कमाया था वो भी जा चुका और वो गाड़ी जो अपने ही पैसों से बनवाई थी उसको भी पुलिस ने ले लिया था फिर सलाखों के पीछे बैठकर सलाखें गिनता रह गया । तब जाकर इस कैलाश को सबक मिला था ।

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