प्रेरणादायक कहानी हिंदी
आज हम आपको 2 Best Inspirational Story In Hindi बताने जा रहे हैं,। ये कहानियाँ बहुत जानकारीपूर्ण और शिक्षाप्रद हैं। आप इन प्रेरणादायक कहानी से कई अच्छी चीजें सीखेंगे। जिसका उपयोग आप अपने जीवन में सफलता पाने के लिए कर सकते हैं।
ये कहानियाँ बहुत ही रोचक हैं। जिसे पढ़कर आपको काफी मजा आएगा।
आप अगर एक स्टूडेंट हैं और अगर आप लाइफ में बहुत परेशान हैं तो इन Inspirational Story In Hindi आप के लिए बहुत प्रेरणा दायक होगा। जिससे आपके के जीबन में एक नया दिशा मिलेगा कुछ कामियाबी हासिल करने के लिए।
कहानी १ – Inspirational Story In Hindi
आपकी लाइफ के पास आपको देने के लिए बहुत कुछ है यदि आप उसे पाने का साहस रखते हैं । ऐसा कहना है उस व्यक्ति का जिसका जन्म तब हुआ जब दुनिया में दूसरा विश्वयुद्ध जोरों पर था । जिसके परिवार की स्थिति काफी खराब थी और पिता भी ज्यादातर शराब के नशे में डूबे रहते थे लेकिन जैसे तैसे उसने अपने स्कूल की शिक्षा पूरी की और कॉलेज में एडमिशन लिया । साहित्य कला और लेखन में काफी इंट्रेस्ट होने के बावजूद उसे लेखन में c ग्रेड ही मिलता था ।
और कॉलिज के प्रोफेसर्स की राय में वो कोई प्रभावशाली राइटर नहीं था । लेकिन जैक अपने प्रोफेसर्स की बातों से कभी भी कोई मोटिवेट नहीं हुआ और एक लेखक बनने के रास्ते पर हमेशा पैशन के साथ लगा रहा । 1990 में जैक ने अपने एक राइटर दोस्त के साथ लोकल मोटिवेशनल स्टोरीज को इकट्ठा कर एक बुक लिखने का आइडिया शेयर किया । जैक के दोस्त को आइडिया बहुत अच्छा लगा और लगभग तीन साल लगे उन्हें अपनी इस बुक को पूरा करने में ।
जिसमें 68 आम लोगों की मोटिवेशनल कहानियों को एक बुक में पिरोया गया । लेकिन कहते हैं कि लाइफ हर कदम पर कड़े इम्तिहान लेती है । जिस बुक को पूरा करने में जैक उनके दोस्त को पूरे तीन साल का समय लग गया उस बुक को छपवाने के लिए वे जितने भी पब्लिशर्स के पास गए उन सभी ने उनकी बुक को रिजेक्ट कर दिया । किसी भी पब्लिशर को उनकी बुक पढ़कर ये नहीं लगा कि उनकी बुक बिकेगी और कमाई कर पाएगी । जैक और उनके दोस्त के लिए इस बुक को पब्लिश करवाना एक चुनौती बन गया था ।
एक बार जैक ने जब एक पब्लिशर को कनविंस करने के लिए ये कहा कि दो साल के अंदर इस बुक की 15 लाख कॉपीज बिकने की संभावना है तो वो पब्लिशर बहुत जोर से हंसा । और उसने कहा कि जैक अगर दो साल के अंदर इसकी 20 हजार कॉपीज भी बिक जाएं तो अपने आपको भाग्यशाली समझना । इस तरह लगभग 144 पब्लिशर्स ने इस बुक को रिजेक्ट कर दिया । लेकिन आखिरकार जैक ने एक छोटे पब्लिशर को इस बात का यकीन दिलाने में कामयाबी हासिल कर ली कि इस बुक की कुछ हजार कॉपी तो जरूर बिकेंगे ।
(Inspirational Story In Hindi – प्रेरणादायक कहानी हिंदी में)
इस तरह उन्हें बुक को छपवाने में 14 महीने लगे लेकिन आखिरकार उनकी वो बुक पब्लिश हो गई और उन सभी पब्लिशर्स की राय के विपरीत जिन्होंने इस बुक को पूरी तरह से रिजेक्ट कर दिया था ये बुक लोगों को बेहद पसंद आयी और उनकी ये बुक जल्द ही अमेरिका की बेस्ट सेलिंग बुक्स की लिस्ट में तीसरे नंबर पर आ गई । औऱ अगले दो तीन वर्षों के अंदर ही पूरे विश्व में इस बुक की एक करोड़ कॉपीज बिक गई ।
और उनकी इस बुक का नाम है चिकन सूप फॉर दि सोल (Chicken Soup For The Soul) और बाद में बुक की पॉपुलैरिटी को देखते हुए आने वाले वर्षों में उन्होंने इस बुक की सीक्वेंस में कई बुक्स निकाली और आज चिकन सूप फॉर दि सोल एक इंटरनेशनल ब्रैंड है । जिसकी नेट वर्थ वन बिलियन डॉलर है । पर आज तक इस सिरीज में 50 करोड़ से ज्यादा बुक्स बेची जा चुकी हैं और उनकी ये बुक्स 54 भाषाओं में प्रकाशित भी हो चुकी है ।
जैक कैन फील्ड का कहना है कि आप डिसाइड करें कि आपको अपनी लाइफ में क्या चाहिए पर विश्वास करें कि आप उसे पा सकते हो और आप उसके काबिल हो और यकीन मानिए आपका वो सपना जरूर पूरा होगा ।
दोस्तो आपके आसपास माता पिता भाई बहन दोस्त यार कोई भी ठीक से नहीं जानता कि आप कितने काबिल हैं । यहां तक कि आप स्वयं भी अपनी क्षमताओं को अच्छे से तब तक नहीं पहचानते जब तक आप जुनून के साथ कोशिश नहीं करते । आपके आसपास 10 में से 9 लोग आपको केवल दीमोटिवेट करने के लिए ही कोशिश करेंगे या फिर आपको सपोर्ट नहीं करेंगे ।
(Inspirational Story In Hindi – प्रेरणादायक कहानी हिंदी में)
पर यदि आपको खुद पर भरोसा नहीं है और इरादे भी कमजोर हैं तो आपके आसपास के लोग आपको आसानी से ये यकीन दिला देंगे कि तुमसे न हो पाएगा । और जिस तरह दुश्मनों के सामने खड़े रहने के लिए हिम्मत चाहिए उसी तरह ऐसे दोस्तों के सामने खड़े रहने के लिए भी हिम्मत चाहिए जो न तो आपकी काबिलियत पर यकीन करते हैं और न ही आपको सपोर्ट करते हैं ।
पर कुछ अपनी और कुछ दोस्तों केवल ऐसे मौकों के इन्तजार में रहते हैं कि जब वो आपका मजाक बना सकें । यदि आपके पास जुनून नहीं है अपने सपनों के लिए तो आपके आसपास के 90 प्रतिशत लोग बहुत ही आसानी से आपको यकीन दिला देंगे कि तुमसे न हो पाएगा । यदि जैक अपने कॉलेज के प्रोफेसर्स पर यकीन करते तो उन्हें राइटर बनने का विचार छोड़ देना चाहिए था । लेकिन जैक को खुद पर भरोसा था और अपने पैशन के लिए जुनून था ।
144 पब्लिशर से रिजेक्ट और मजाक उड़ाए जाने के बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी । उन्हें खुद पर भरोसा था पर भरोसा था कि उन्होंने जो भी लिखा है वो एक आम बुक से काफी हटकर जरूर है । लेकिन लोगों को पसंद आएगा पर आखिरकार उनके भरोसे की जीत हुई और उनकी वो बुक जो आम बुक्स की तुलना में कुछ अलग थी उस बुक ने उन्हें एक अलग पहचान पैसा और इज्जत सब कुछ दिया ।
सपने उन्हीं के पूरे होते हैं जो सपनों की सफलता के लिए ना केवल जुनून से काम करते हैं । बल्कि सपनों के रास्ते में आने वाली हर परेशानी और फेलियर के लिए भी खुद को तैयार रखते हैं ।
क्योंकि यदि आप केवल जीत का सपना देख रही हैं तो जब आप पर कोई बड़ी परेशानी आएगी या फेलियर आएगा तो आप टूट जाएंगे । इसलिए सपने देखे लेकिन हार के लिए भी तैयार रहिए ताकि जब लोग आपको हारता देखकर आपका मजाक उड़ाएं तो आप उनकी आंखों में आंखें डालकर ये कह सकूं कि मेरा लक्ष्य ही मेरी लाइफ है और में इसे पाकर रहूंगा । जैक कैनफ़ील्ड का कहना है कि
“Don’t worry about failures, worry about the chances you miss when you don’t even try.”
तो खुशी रहिये और खुशी फैलाते रहिए और हर रोज ऐसे मोटिवेट होने के लिए हमारे वेबसाइट पर विजिट करते रहिए । धन्यवाद!
कहानी २ – Inspirational Story In Hindi
दोस्तों भरोसा खुदा पर है तो, जो लिखा है तकदीर में वही पाओगे। लेकिन भरोसा अगर खुद पे है तो खुदा वही लिखेगा जो आप चाहोगे ।
दोस्तो हमारी आज की कहानी भी अटूट विश्वास की कहानी है । जिसमें कम पढा लिखा गरीब बच्चा केवल अपने विश्वास के दम पर औरबो का साम्राज्य खड़ा कर देता है। और यकीन मानिये अगर आपने इस कहानी को अच्छे से समझ लिया तो आपका विश्वास भी कई गुना बढ़ जाएगा । तो चलिए इस Inspirational Story In Hindi से कुछ नया सीखते हैं।
यह कहानी है आज से लगभग 125 साल पहले जापान के एक छोटे से गांव में एक किसान के घर जन्मे बच्चे की जिसका नाम कोनोसके रखा गया । कोनोसके जबकि के केवल 9 वर्ष का था तो उसके पिता को कुछ आर्थिक परेशानियों की वजह से गांव की अपनी सारी जमीन बेचनी पड़ी और अपना गांव का घर तक छोड़ना पड़ा ।
गांव में सब कुछ गंवा चुके कोनोसके के पिता परिवार सहित शहर में आ गए और परिवार के पालन पोषण के लिए कुछ छोटे मोटे काम करने लगे ।
अपने परिवार की मदद के लिए 9 वर्ष के कोनोसके को भी अपनी पढ़ाई छोड़ एक दुकान पर काम करना पड़ा । यहां वे सूरज की पहली किरण के साथ उठता, दुकान में अच्छी से साफ सफाई करता । और साथ में दुकान के कुछ अन्य छोटे मोटे काम निपटाने के बाद वह अपने मालिक के बच्चों की सेवा और देखभाल में लग जाया करता ।
(Inspirational Story In Hindi – प्रेरणादायक कहानी हिंदी में)
कुछ महीने इसी तरह बीत गए लेकिन कुछ ही महीने के बाद उस दुकान में कुछ मंदा होने की वजह से उस दुकान के मालिक ने कोनोसके को निकाल दिया । और इसके बाद कोन उसके ने एक साइकिल बेचने वाली दुकान पर नौकरी शुरू कर दी ।
उस ज़माने में साइकिल एक लग्जरी आइटम मानी जाती थी और यूके से इम्पोर्ट की जाती थी। इस शॉप पर साइकिल बेचने के साथ साथ कुछ मेटल वर्क का काम भी होता था । और कोनोसके को वहां अन्य कामों के साथ साथ लेथ और अन्य टेक्निकल टूल्स के बारे में बहुत कुछ सीखने को मिला ।
कोनोसके ने यहां लगभग पांच वर्ष काम किया और 15 वर्ष की उम्र में वह कुछ नया ढूंढने लगा जहां काम के साथ साथ वह कुछ नया सीख सकें और भविष्य में बिजली की बढ़ती संभावनाओं को देखते हुए उसे लगा कि उसे इसी क्षेत्र में कोई नौकरी नहीं लेनी चाहिए । और एक दिन उसे उसका इलेक्ट्रिक लाइट कंपनी का एक विज्ञापन मिला जिसमें कंपनी को कुछ नए इम्प्लॉइज की ज़रूरत थी और अप्लाई करने पर कोनोसके को वहां नौकरी भी मिल गई ।
पर वहां काम के दौरान हर रोज़ उसे काफी कुछ सीखने को भी मिलने लगा । धीरे धीरे समय बीतने लगा समय के साथ साथ कोनोसके बहा एक ओर नौकरी के दौरान बहुत कुछ सीख रहा था वहीं दूसरी ओर वो अपने खाली समय में इलेक्ट्रिसिटी से संबंधित बहुत सी पुस्तके पढा करता । और साथ में कुछ छोटे मोटे एक्सपेरिमेंट भी किया करता ।
20 वर्ष की आयु में उसका विवाह हो गया और थोड़ी सी जिम्मेदारी भी बढ़ गए । 22 वर्ष की उम्र तक वह अपनी काबलियत से कंपनी में टेक्निकल इंस्पेक्टर बन गया जो उस समय एक बहुत बड़ी पोजिशन मानी जाती थी । इसी दौरान उसने अपने खाली समय का इस्तेमाल करते हुए एक नया इम्प्रूव इलेक्ट्रिकल सर्किट बनाया और अपने बॉस को दिखाया ।
लेकिन उसके बॉस को उसका वो आइडिया पसंद नहीं आया और उसके बॉस ने उसे ये कहकर रिजेक्ट कर दिया कि ये मार्केट में नहीं चल पाएगा । लेकिन उसे अपने उस इलेक्ट्रिकल सॉकेट पर पूरा भरोसा था । उसे विश्वास था कि ये मार्किट में ज़रूर चलेगा और विश्वास के दम पर उसने नौकरी छोड़ अपना खुद का काम करने की ठान ली ।
(Inspirational Story In Hindi – प्रेरणादायक कहानी हिंदी में)
और उसके लिए अपने कुछ दोस्तों से बातचीत भी की लेकिन उसके सभी दोस्तों ने उससे कहा कि अपनी लगी लगाई अच्छी खासी नौकरी को छोड़ कर खुद का काम करने का विचार उसका एक पागलपन है । और वो भी एक ऐसे प्रोडक्ट के लिए जिसे उसके अनुभवी बॉस ने पहले से ही रिजेक्ट कर दिया हो । वो मार्किट में चलेगा भी या नहीं इसकी भी कोई गारंटी नहीं है । पर ऊपर से तुम ज्यादा पढ़े लिखे भी नहीं हो और ना ही तुम्हारे पास कोई बिजनेस करने का कोई अनुभव है । तुम्हारा कामयाब होना लगभग नामुमकिन है ।
लेकिन उसे खुद पर विश्वास था और अपने उस प्रोडक्ट पर भी पूरा भरोसा था तो उसने एक बड़ा फैसला लिया । उसने अपनी नौकरी छोड़ दी और अपनी थोड़ी सी जमा पूंजी के साथ कुछ बेसिक टूल खरीदी और अपने साथ काम करने वाले धोक को भरकर अपने छोटे भाई और अपनी पत्नी के साथ घर पर ही बनाई एक बहुत ही छोटी फैक्ट्री के साथ काम की शुरुवात की और सॉकेट बनाने लगा ।
और खुद ही जगह जगह जाकर लाइट सॉकेट बेचने की कोशिश करने लगा लेकिन उसके लाइट सॉकेट को सभी जगह रिजेक्ट कर दिया जाता और कुछ महीने यूं ही गुजर गए लेकिन उसे केवल कुछ ही छोटे छोटे ऑर्डर मिले जिनसे गुजारा करना बेहद मुश्किल हो गया और हालत बेहद खराब । बुरे हालातों को देखते हुए उसके दोनों को वर्कर ने उसका साथ छोड़ दिया और अब काम करने के लिए वे केवल तीन लोग ही बचे थे । आर्थिक स्थिति इतनी खराब हो गई कि घर का खर्च चलाने के लिए उसे अपने घर का सामान तक बेचना पड़ा ।
और ऊपर से अपने सपने को पूरा करने के लिए कुछ कर्ज भी लेना पड़ा । चारों तरफ केवल कर्ज । रिजेक्शन हर दिन को एक नई कोशिश करता अपने बनाए सॉकेट को बेचने की । पर हर दिन वह फेल हो जाता और कई बार उसे लगता कि उसे अपने सपने को छोड़ देना चाहिए और फिर से उसे अपनी पुरानी नौकरी शुरू कर लेनी चाहिए लेकिन उसका विश्वास उसे कुछ दिन और कोशिश के लिए हौसला देता ।
और वो फिर से निकल जाता एक और कोशिश के लिए और फिर फेल होकर लौट आता । हालात बद से बदतर होने लगे लगभग दिवालिया हो चुके उस युवक के पास अब नौकरी ही एकमात्र विकल्प था । अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने का और यही राय उसके दोस्तों की भी थी कि उसे अपनी जिद छोड़ फिर से नौकरी कर लेनी चाहिए लेकिन उसका अपने प्रोडक्ट पर विश्वास इतना जटिल था कि वो हार मानने को तैयार ही नहीं था और तभी एक दिन अचानक उसकी कंपनी को एक हजार पीस का पहला ऑर्डर मिला ।
और उस दिन के बाद उसके बिजनेस ने एक रफ्तार पकड़ी और उसकी कंपनी तेजी से तरक्की करने लगी और उसे कभी पीछे मुड़कर नहीं देखना पड़ा और आज उस कंपनी में ढाई लाख से भी ज्यादा लोग काम करते हैं । और जिसका सालाना टर्नओवर लगभग 70 बिलियन डॉलर है और ये सब उस व्यक्ति ने किया जो ना ज्यादा शिक्षित था और ना ही उसके पास ज्यादा पैसा था और ना ही कोई खास बड़ी सपोर्ट ।
बस उसके पास अगर कुछ था तो वो था उसका विश्वास जो एकदम अटल था । और दोस्तों उस शख्स की बनाई उस कंपनी का नाम है पेनासोनिक (Panasonic) जिसके प्रोडक्ट आज क्वालिटी की पहचान है । दोस्तो को उसके मासूम पिता का देहांत 93 वर्ष की उम्र में हो गया लेकिन पैनासोनिक आज पूरे विश्व में फैल चुका है । और जिसकी नीति केवल एक व्यक्ति का विश्वास ।
तो दोस्तो आपको Inspirational Story In Hindi कैसे लगी जरूर बताना और यदि कहानी एक व्यक्ति के विश्वास की । कया आपके पास भी कोई ऐसी वजहें जिस विश्वास के लिए आप अपना सबकुछ दांव पर लगाने को तैयार हो जाएं । मुझे नीचे कमेंट में ज़रूर बताना ।
और अपने सभी दोस्तों के साथ शेयर भी ज़रूर करना क्यूंकि आपका ये एक शेयर आपके किसी अपने को बता सकता है कि विश्वास में कितनी ताकत होती है । अरे ऐसे ही मोटिवेशन वाला कहानी जानने के लिए हमारा वेबसाइट को विजिट करते रहे । धन्यवाद!
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