बहुत समय पहले की बात है, एक जंगल में एक बड़ा ही भयंकर शेर रहता था। वह अपने जंगल का राजा मानता था और सभी जानवर उसके डर से भाग जाते थे। एक दिन, वो शेर जाल में फंस गया, जिसे वह उद्धार करने की कोई उम्मीद नहीं थी।
इसी समय, वहां से एक छोटा सा चूहा आया। चूहा ने देखा कि शेर जाल में फंसा हुआ है और वो बेहद बेचैन और डरा हुआ है। चूहा ने तय किया कि वह शेर की मदद करेगा।
चूहा ने अपनी छोटी छोटी दांतों से जाल के बाल छील दिए और शेर को स्वतंत्र कर दिया। शेर थोड़ी देर डर कर दौड़ता रहा, लेकिन फिर समझ गया कि चूहा ने उसकी जान बचाई है।
शेर ने चूहे की ईमानदारी और विश्वास को समझा और उसे धन्यवाद दिया। वह समझ गया कि छोटे से चूहे का भी दिल बड़ा हो सकता है और छोटी छोटी मददों का भी महत्व होता है।
इसके बाद, शेर और चूहा एक-दूसरे के दोस्त बन गए और उन्होंने साथ में जंगल को सुख-शांति से रहने दिया। इस कहानी से हमें यह सिखने को मिलता है कि किसी की छोटी मदद का महत्व कभी न कभी जरूर होता है और ईमानदारी की महत्वपूर्ण भूम