Magic Stories For Kids- जादुई बर्फ वाली बेटी
हीरालाल अपने गांव का सरपंच था । उसकी दो बेटियां थीं करिश्मा और नवीना । बड़ी बेटी करिश्मा हमेशा एक कमरे में बंद रहती थी । रबीना तेरी बड़ी बहन चुड़ैल हैं क्या जो हमेशा घर में बंद होती है ।(Magic Stories For Kids– जादुई बर्फ वाली बेटी )
रवीना को जब गांव की लड़कियां चिढ़ थीं तो वह अपने माता पिता से जाकर कहती मां पिताजी करिश्मा मेरे साथ क्यों नहीं खेलती? आप उसे स्कूल भी नहीं भेजती
मुझे रोजाना स्कूल जाना पड़ता है आखिर वह हमेशा कमरे में बंद क्यों रहती है? गांव वाले कहते हैं कि वह चुड़ैल हैं। फिर उसके मा कहती हैं करिश्मा चुड़ैल नहीं है बेटी तुम बाहर जाकर खेलो ।
करिश्मा की तबियत ठीक नहीं रहती इसीलिए वह कमरे में बंद रहती है ।
रवीना जब चली जाती है तो हीरालाल की पत्नी हीरालाल से कहती हैं इस तरह कब तक हम करिश्मा को बंद करके रखेंगे । आज नही तो काल लोगों को उसकी असलियत पता चल ही जाएगी ।
बेहतर होता कि मैं उसे पैदा ही नहीं करती । फिर हीरालाल कहता हैं जो हो चुका हैं उसके लिए रोने का कोई फायदा नहीं ।
मिर्जापुर गांव में जादूगर बाबा रहते हैं शायद वो कुछ कर पाए । कल मैं करिश्मा को उन्हीं के पास लेकर जाऊंगा ।
अगली दिन की हीरालाल करिश्मा को लेकर जादूगर के पास पहुंचता है । जादूगर-क्या समस्या है बेटा? इस लड़की के हाथ क्यों बांध रखे हैं ।
हीरालाल-समस्या ये है बाबाजी कि ये लड़की जिस चीज को छूती है वह गर्भ बनकर जम जाती है इसलिए डर के मारे हमें इसे कमरे में बंद करके रखना पड़ता है । गांव में इसने किसी इंसान को छू लिया तो वह दर्द बन जाएगा ।
So You Read (Magic Stories For Kids जादुई बर्फ वाली बेटी )
Also read Moral Stories For Kids-सोने का समोसा
जादूगर-बेटा मैं उसके हाथ तो ठीक नहीं कर सकता । लेकिन मैं तुम्हें एक जोड़े दस्ताने देता हो । अपने बेटी को ये दस्ताने पहना दो ये जामेंगे नहीं । इन्हें पहनने के बाद ये घर से बाहर निकल सकती है ।
करिश्मा दस्ताने पाकर बेहद खुश हुई क्योंकि अब वह किसी भी चीज को अपनी हाथों से पकड़ सकती थी ।
हीरालाल-बेटी तुम बाहर घूम सकती हो लेकिन अपना राज किसी को मत बताना वरना लोग तुमसे डरकर भागेंगे ।
या हो सकता है कोई तुम्हारा गलत फायदा उठाने की कोशिश करे । करिश्मा अपनी छोटी बहन के साथ खेलने लगी । उसने बाजार जाकर घूमना फिरना भी शुरू कर दिया ।
कोई दस्तानों के बारे में पूछता तो वह कह देती कि हाथ गंदे न हो इसलिए दस्ताने पहनती है । सरपंच की बड़ी बेटी को बचपन से किसी ने नहीं देखा था ।
जब वह बाहर निकलने लगी तो लोग उसकी सुंदरता देखकर मंत्र मुग्ध रह गए हैं । वैसे गांव में पूरी की सुंदरता के चर्चे होते थे लेकिन अब सब लोग करिश्मा के बारे में चर्चा करने लगे ।
गाओ वाले अपनो अपने से सरपंच की बड़ी बेटी देखी इतनी सुंदर लड़की तो मैंने अपनी जीबन में नही देखी । अपनी हातों के सुंदरता को बनाए रखने के लिए दस्ताने पहनती है ।
भूरी को गांव के लोगों की बात सुनकर बहुत छेड़ होने लगी । फिर भूरी सोचती हैं हाथों की सुंदरता के लिए दस्ताने पहनती है । कहीं ऐसा तो नहीं हाथों की बदसूरती छिपाने के लिए दस्ताने पहनती हो । इसके दस्ताने तो मैं उतरवाकर रहूंगी ।
So You Read (Magic Stories For Kids– जादुई बर्फ वाली बेटी )
Also Read Funny Ghost Stories For Kids- चुड़ैल सौतेली माँ – Witch Step Mother
भूरी का जन्म दिन आने वाला था । वह अपनी जन्मदिन की दावत देने करिश्मा के घर पहुंची । करिश्मा काल रात मेरी जन्मदिन के पार्टी हैं तुम जरूर आना।
तुम आओगी ना? देखो मना मत करना प्लीज । फिर करिश्मा ने कहा थिक हैं मैं आऊंगी । रात में करिश्मा भूरी के घर पहुंची भूरी ने केक में पहले से ही कुछ मिला दिया था ।
करिश्मा ने केक खाया तो वह बेहोश हो गई । जब उसे होश आया तो वह बिस्तर पर लेटी हुई थी और उसके दस्ताने गायब थे ।
फिर बो दस्ताने ढूंढने के लिए रूम में रखी अलमारी खोलती है । जैसे ही वह अलमारी को छूती है अलमारी जम जाती है । वह दरवाजों पर हाथ मारती है दरवाजा बर्फ बनकर जैम जाता है ।
करिश्मा खिड़की से कूद कर बाहर जाती है । फिर भूरी ने उसकी सामने आकर कहती हैं कहीं तुम इसे तो ढूंढ नहीं रही हो मैंने उन्हें वापस नहीं करूंगी । फिर करिश्मा ने कहा मेरी दस्ताने बापस करो नही तो में बहुत मुसीबत में पड़ जाउंगी ।
फिर बो अपने दस्ताने लेने के लिए हाथ आगे बढ़ाती है । भूरी अपने हाथ पीछे कर लेती है करिश्मा की हाथ भूरी को छू लेती हैं और तभी भूरी बर्फ बनकर जम जाती है ।
गांव की एक औरत यह सब देख रही थी । औरत चिल्लाने लगी सुनो सुनो गाओ वालो करिश्मा चुड़ैल है उसने भूरी को जमा दिया । करिश्मा को वहां से भागना पड़ता है ।
भागते भागते वो जंगल पार करके नदी किनारे पहुंच जाती है वहां उसे एक लड़का मिलता है ।
So You Read(Magic Stories For Kids – जादुई बर्फ वाली बेटी )
Also Read Naadan Chota Hathi | नादान छोटा हाथी | Hindi Kahani
और उस लड़के ने कहा क्या तुम्हें नदी पार करने हैं अगर तुम चाहे तो मेरी नाव में बैठ सकते हो । फिर करिश्मा ने कहा ठीक है मैं तुम्हारी नाव में बैठ जाती हूं लेकिन मुझसे दूर रहना क्योंकि मुझे एक अजीब बीमारी है । तुम क्या करते हो ।
फिर लड़का ने पूछा तुम्हे क्या बीमारी है तो करिश्मा ने कहा मैं जिस भी चीज को छूती हूं वह बर्फ बन जाती है । लड़का-अच्छा तो यह बात हैं तुम्हें इस बीमारी को अभिशाप नहीं समझना चाहिए ।
लड़का एक बाल्टी में पानी भरता है और करिश्मा से पानी में उंगली डालने के लिए कहता है । करिश्मा जैसे ही पानी में उंगली डालती है पानी बर्फ बन जाता है ।
फिर लड़का ने कहा योदी तुम चाहो तो तुम मुझसे विवाह कर सकती हो तुम इसी तरह वह बनाना और में बर्फ बेचूंगा इस तरह मेरा खर्चा बच जाएगा । करिश्मा- लेकिन मेरी दस्ताने मेरे गांव में ही रह गई है और मेरे माता पिता भी मेरी चिंता करने होंगे ।
फिर लड़का ने कहा तुम चिंता मत करो अब तुम्हारे दस्ताने तुम्हारे गांव से वापस ले आऊंगा तुम एक पत्रो लिखड़ो में तुम्हारे माता पिता से वह दास्तान ले आऊंगा । करिश्मा एक पत्र में लिख देती है कि वह नदी किनारे एक गांव में सुरक्षित है और विवाह करने वाली है ।
बबलू पत्र ले जाकर उसके माता पिता को पहुंचा देता है । हीरालाल- चलो अच्छा हुआ बेटी सही सलामत तो । बबलू दस्ताने लेकर करिश्मा के पास लौट जाता है । करिश्मा और बबलू विवाह कर लेते हैं और खुशी खुशी अपना जीवन बिताने लगते हैं ।