मेडुसा एक गोरगोन बहनों में से एक थी, जिनमें वह एक थी जिनके चेहरे पर सांपों के बाल थे और जिनकी आँखें देखने पर किसी को पत्थर में बदल सकती थीं। यह उसकी कहानी का सारांश है:
मेडुसा, एक गोरगोन बहन, एथेना और पोसीडन की पुत्री थी। वह एक सुंदर युवती थी, जिनके सुनहरे बाल थे। लेकिन एक दिन, उसने पवित्रता की शपथ तोड़ दी और पोसीडन के साथ एक चक्कर लगाया, जिसके परिणामस्वरूप उसे आपसी प्रेमी पर्सियस द्वारा दुर्गम रूप में पुनर्मूढ़ बदल दिया गया।
एथेना ने मेडुसा को दंडित किया और उसके सुंदर बालों को सांपों की तरह बदल दिया, और उसकी त्वचा को हरा रंग दिया। वह आँखों का श्राप भी दिया, ताकि जो कोई उसकी आँखों में देखता, वह तुरंत पत्थर में बदल जाए। मेडुसा फिर अफ्रीका में घूमती रही, और वहां के सांप जिनके बाल उसके से निकलते थे, वे जहरीले सांप बन गए।
पर्सियस को राजा पॉलिटेक्शस ने मेडुसा के सिर को वापस लाने के लिए खोजने के लिए भेजा था। उसने हेमीज़ द्वारा प्रदान की गई पंखों वाले सैंडल, हेल्म के हेडस, हेपैस्टस की तलवार, और एथेना की चिंतनशील ढाल का इस्तेमाल किया।
जब पर्सियस ने मेडुसा को उसकी मांद में पाया, तो उसने ढाल का इस्तेमाल करके मेडुसा का प्रतिबिंब देखा और उसकी हत्या कर दी। उसने फिर उसके सिर को काट दिया और उसके बच्चों पेगसस और क्रिससावर ने उसके रक्त से उगाया।
पर्सियस ने मेडुसा के सिर को एक बोरी में रखा और उसे अपने लक्ष्य को पूरा करने में मदद के रूप में उपयोग किया। उसने बाद में इसे समुद्र के नीचे फेंक दिया, जहां वह मूला बन गया, और जगह-जगह बहाया जाता है।
इस रूप में मेडुसा की कथा है, जो पौराणिक कथाओं में प्रसिद्ध है।