Motivational Stories With Moral-संजू का ट्रेन वाली बस
माधवपुर नाम के गांव में संजू नाम का एक आदमी रहता था । उसे ट्रेन चलाने की बड़ी इच्छा रहती थी और उसके लिए उसने ट्रेन पायलट की भी एग्जाम दी थी। लेकिन उसकी किस्मत खराब थी वह काफी कोशिश करने के बाद भी ट्रेन पायलट नहीं बन सका । एक दिन वो गांव में खड़े ट्रेन के पास गया और उस ट्रेन के ड्राइवर से कहने लगा सरजी सरजी मुझे ट्रेन चलाना बहुत पसंद हैं। क्या आप मुझे ट्रेन चलाना सिखाएंगे? मैं आपका बहुत आभारी रहूंगा प्लीज सरजी मुझे सिखा दीजिए ना । यह सुनकर ड्राइवर ने कहा अरे हट तुझे क्या ये खिलौना दिख रहा है । So You Read (Motivational Stories With Moral-संजू का ट्रैन)


यह ट्रैन हैं ट्रैन अगर कुछ कम ज्यादा हो गया तो लोगों की जान खतरे में पड़ सकती है । आया बड़ा ट्रेन चलाने वाला चलो जाओ यहां से । संजू कहता हैं लेकिनसर में ट्रेन चलाने के लिए जो भी एग्जाम देना था ओहो दे दिया लेकिन कभी पास नहीं हुआ और मेरी ट्रेन चलाने की इच्छा धरी की धरी रह गई । ड्राइवर ने कहा अच्छा बेटा अरे तो कम से कम अभी तो तू समझ जा इतनी कोशिश करने के बाद भी वह एग्जाम तू क्यों पास नहीं कर सका? क्योंकि तू ट्रेन चलाने के काबिल नहीं है समझा।
So You Read (Motivational Stories With Moral-संजू का ट्रैन)
Also Read: Best Inspirational Stories With Moral-प्रेरणादायक कहानी – नज़रिया
वो ट्रेन पायलट संजू को वहां से भगा देता है । बेचारा संजू नाराज होकर गांव की नदी पर बने पुल पर जाता है तभी वो देखता है कि वहां एक बहुत साल पहले हुआ ट्रेन के एक्सिडेंट से जो ट्रेन नदी में गिर गई थी वो पड़ी है । संजू उस ट्रेन को देखकर सोचने लगता है की ये ट्रेन का इंजिन यहां पर कई सालों से पड़ा है । क्या ये मेरे काम आ सकता है और आ सकता है तो कैसे ।
तभी अचानक संजू को एक आइडिया आता है वो गांव में जाकर उस ट्रेन के इंजन को बैलगाड़ी से बांधकर नदी के बाहर निकालता है। और उसे गराज में लेकर जाता है । ट्रेन के इंजन को वो अच्छी तरह से सुधारता है, और उसे स्टेयरिंग लगाता है और उसके चक्कों पर रबड़ चढ़ा देता है जिससे रोड पर उसकी पकड़ रह सके ।
लेकिन ट्रेन के बाकी के डिब्बों की जगह पर वो पुरानी बिना इंजन की बसें जोड़ कर लगा देता है और कुछ ही दिनों में उसकी ट्रेन वाली बस तैयार हो जाती है और उसे वो रोड पर चलाने के लिए निकलता है । उस ट्रेन बस को देखकर लोग भी हैरान हो जाते हैं और बड़े ही अचंभे से उसे देखते हैं । तभी एक बूढ़ी औरत संजू की ट्रेन बस को रोकती है और कहती है अरे बेटा सुनो मुझे जल्दीसे अपने बेटी के घर जाना हैं उसके गाओ यहासे २५क.म हैं ।
क्या तुम मुझे ओहपर छोड़ दोगे में तुम्हे १०० रुपए दूंगी । ये बात सुनकर संजू को बड़ा अच्छा लगता है । वो उस औरत को पीछे एक बस के डिब्बे में बिठाता है और उसे गांव छोड़ देता है । गांव आ जाता है और वो औरत नीचे उतर कर कहती है बहुत बहुत शुक्रिया बेटा । यह लो तुम्हारे १०० रुपए। संजू ने कहा नहीं नहीं अम्मा आप मेरी पहली ग्राहक थी इसलिए ये रुपए मैं नहीं लूंगा आप जाइए अभी।
So You Read (Motivational Stories With Moral-संजू का ट्रैन)
Also Read: True Motivational Story | गाओ के लड़के की कहानी
बूढ़ी औरत को छोड़कर संजू अपनी ट्रेन बस लेकर वहां से गांव के चौराहे पर जाता है । उसकी ट्रेन बस में बैठने की जगह देखते ही लोग फटाफट बैठ जाते हैं और चलो चलो कहकर चिल्लाने लगते हैं । संजू सफर शुरु करता है उसकी ट्रेन बस बहुत अच्छे से चलती रहती है।और लोग भी बड़े ही मजे से सफर का आनंद लेते है । फिर एक दिन वह अपनी ट्रेन बस को चलाते हुए रेलवे स्टेशन पर पहुंचता है जहां पर उस ट्रेन के पायलट ने काबिलियत नहीं करके संजू को भगा दिया था।
वो ट्रेन भी वहां पर खड़ी रहती है । संजू की ट्रेन को देखकर वो ट्रेन पाइलट जोर जोर से हंसने लगता है और कहता है अरे तू क्या पागल हो गया है जो इस ट्रेन को रोड पर चलाने वाला है । आखिर ये ट्रैन रोड पर कैसे चलेगी और कौन बैठेगा तेरी इस ट्रेन मेंअसली ट्रेन को छोड़कर। संजू मन ही मन कहता हैं थोड़ी देर वेट कर बेटा पायलट अभी तुझे पता चलेगा कि लोग कहां बैठते है । थोड़ी ही देर में लोग स्टेशन पर आते है लेकिन लोग ट्रेन में बैठने की बजाए संजू की ट्रेन बस में आकर बैठते हैं ।
यह देखकर ट्रेन का पायलट भी चकरा जाता है । संजू ट्रेन बस को चलाने लगता है और असली खाली ट्रेन की तरफ देखकर हंसता है । इस तरह से संजू रोज ट्रेन बस चला कर अपनी ख्वाहिश पूरी करता है और लोगों को गांव गांव पहुंचाकर उनकी सेवा भी करता है ।
So You Read (Motivational Stories With Moral-संजू का ट्रैन)
Also Read: Short Stories With Good Morals | एक आदमी की कहानी जो आपके होश उड़ा देगा