इस लेख में, हम आपको हिंदी में नैतिक कहानियों (Short Story in Hindi with Moral for Kids) बताने जा रहे हैं, एक बच्चे के रूप में, आपने अपने दादा दादी से इन कहानियों को सुना होगा। ये कहानियाँ बहुत जानकारीपूर्ण और शिक्षाप्रद हैं। आप इन नैतिक कहानियों से कई अच्छी चीजें सीखेंगे। जिसका उपयोग आप अपने जीवन में सफलता पाने के लिए कर सकते हैं।
ये कहानियाँ बहुत ही रोचक हैं। जिसे पढ़कर आपको काफी मजा आएगा। इनमें बंगला 2022 में कुछ नई नैतिक लघु कथाएँ दी गई हैं। ताकि आप नया महसूस करें।
60+ Best Short Story in Hindi with Moral – हिंदी कहानिया
1. Lion & Three Bulls Story – शेर और तीन बैल
एक बार की बात है। तीन बैल आपस में बहुत अच्छे दोस्त थे।
वे साथ मिलकर घास चरने जाते और बिना किसी राग-द्वेष के हर चीज आपस में बाँटते थे। एक शेर काफी दिनों से उन तीनों के पीछे पड़ा था, लेकिन वह जानता था कि जब तक ये तीनों एकजुट हैं, तब तक वह उनका कुछ नहीं बिगाड़ सकता। शेर ने उन तीनों को एक-दूसरे से अलग करने की चाल चली।
उसने बैलों के बारे में अफवाहें उड़ानी शुरू कर दी। अफवाहें सुन-सुनकर उन तीनों के बीच गलतफहमी पैदा हो गई।
धीरे-धीरे वे एक-दूसरे से जलने लगे।
आखिरकार एक दिन उनमें झगड़ा हो गया और वे अलग-अलग रहने लगे। शेर के लिए यह बहुत अच्छा अवसर था। उसने इसका पूरा लाभ उठाया और एक-एक करके तीनों को उसने मार डाला और खा गया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
एकता में ही शक्ति होती है।
2. False Eagle Story – कपटी बाज
एक बाज एक पेड़ की डाली पर रहता था। उसी पेड़ की खोह में एक लोमड़ी रहती थी।
एक दिन, जब लोमड़ी अपनी खोह से निकली तो बाज उसमें घुस गया और अपने बच्चों को खिलाने के लिए लोमड़ी के बच्चों को उठाकर ले गया। जब लोमड़ी लौटी, तो उसने बाज से अनुरोध किया कि उसके बच्चे लौटा दे।
बाज जानता था कि लोमड़ी उसके घोंसले तक नहीं पहुँच पाएगी। उसने लोमड़ी के अनुरोध पर कोई ध्यान नहीं दिया। लोमड़ी पास के एक मंदिर गई और वहाँ से जलती हुई लकड़ी लेकर आई। उसने पेड़ के नीचे आग लगा दी। आग की गर्मी और धुएं से बाज डर गया। अपने बच्चों की जान बचाने के लिए वह जल्दी से लोमड़ी के पास आया और उसके बच्चे लौटा दिए।
कहानी से सीख- Moral of the Story
निर्दयी व्यक्ति जिनका दमन करता है. उनसे उसे हमेशा खतरा रहता हैं.
3. The donkey & the Washerman Story – गधा और धोबी
एक निर्धन धोबी था। उसके पास एक गधा था। गधा काफ़ी कमजोर था क्योंकि उसे बहुत कम खाने-पीने को मिल पाता था।
एक दिन, धोबी को एक मरा हुआ बाघ मिला। उसने सोचा, “मैं गधे के ऊपर इस बाघ की खाल डाल दूंगा और उसे पड़ोसियों के खेतों में चरने के लिए छोड़ दिया करुंगा। किसान समझेंगे कि वह सचमुच का बाघ है और उससे डरकर दूर रहेंगे और गधा आराम से खेत चर लिया करेगा।”
धोबी ने तुरंत अपनी योजना पर अमल कर डाला। उसकी योजना काम कर गई।
एक रात, गधा खेत में चार रहा था कि उसे किसी गधी की रेंकने की आवाज सुनाई दी। उस आवाज को सुनकर वह इतने जोश में आ गया कि वह भी जोर-जोर से रेंकने लगा।
गधे की आवाज सुनकर किसानों को इसकी असलियत का पता लग गया और उन्होंने गधे की खूब पिटाई की।
कहानी से सीख- Moral of the Story
इसीलिए कहा गया है कि अपनी सचाई नहीं छिपानी चाहिए।
4. Nirmal and Rahim story – निर्मल और रहीम
निर्मल और रहीम दो दोस्त थे और वो एक बार अपने गाँव के नजदीक जंगल में घूमने गए। घूमते घूमते वो काफी अंदर चले गए और वापस लौटने लगे,अचानक से उन्हें भालू दिखा। भालू ने भी दोनों को देख लिया और
इनकी तरफ बढ़ने लगा। रहीम को पेड़ पे चढ़ने की कला मालूम थी और उसने बिना निर्मल के बारे में सोचे तुरंत पेड़ पे चढ़ गया।
निर्मल ने तुरंत अपना दिमाग लगा के जमीं पे लेट गया क्यूंकि उसने यह सुन रखा था की जानदर शर्वो को पसंद नहीं करते।
जैसे ही भालू नजदीक आया निर्मल ने सांस रोक ली। भालू ने निर्मल को सुंघा और मरा हुआ समझ के लोट गया।
थोड़ी देर बाद रहीम निचे आके निर्मल से पूछा “भालू ने तुम्हारे कान में क्या बोल के चला गया?” निर्मल ने कहा भालू ने कहा की रहीम जेसे दोस्तों से दूर रहो
कहानी से सीख- Moral of the Story
जरूरत पड़ने पे काम आने वाले लोग ही दोस्त कहलाने के लायक है।
5. Solve Problems Story – समस्याओं का समाधान
कई साल पहले एक बाबा गांव में आये और कई लोग अपने दुखो का समाधान पूछने उनके पास गए। बाबा ने आराम से सबके परेशानियों का हल बताया और सभी को कहा की संयम रखो और मेहनत करो ।
एक महीना तो ऐसा आराम से चलता रहा। फिर लोग हर बार उसी समस्याओं के बारे में शिकायत करने आने लगे। बाबा ने सोचा की कुछ करना पड़ेगा।
उन्होंने सबको एक पेड़ के निचे बुलाया और एक दिन उसने उन्हें एक चुटकुला सुनाया और सभी लोग हंसी में झूम उठे।
कुछ समय बाद, उन्होंने उन्हें वही चुटकुला सुनाया और उनमें से कुछ ही मुस्कुराए, जब उसने तीसरी बार वही चुटकुला सुनाया तो कोई भी नहीं हंसा।
बाबा मुस्कुराये और बोले ” जैसे तुम बार बार एक ही मजाक पे हंस नहीं सकते वैसे ही एक ही समस्या पे बार बार रो क्यों रहे हो ?”
कहानी से सीख- Moral of the Story
चिंता करने से आपकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा.
6. Memorable Moments Story – यादगार पल
राहुल और नरेंद्र दोनों बहुत अच्छे दोस्त थे। एक बार दोनों रेगिस्तान से गुजर रहे थे। यात्रा में किसी बहस के दौरान नरेंद्र ने राहुल को चेहरे पे झापड़ मारा। राहुल ने बिना कुछ कहे रेत पे लिखा ” मेरे अच्छे दोस्त ने मुझे झापड़ मारा”
कुछ समय बाद उनको मरुद्यान दिखाई दी और वो लोग उस और चल पड़े। वहां पर दोनों नहाने लगे लेकिन कुछ समय बाद राहुल को एहसास नहीं हुआ की वो किनारे के दल दल में चला गया है।
बहुत मुश्किल से नरेंद्र ने राहुल को खींच कर बहार निकाला।
राहुल बहार आने के बाद, उसने एक पत्थर पर लिखा :”आज मेरे दोस्त ने मेरी जान बचाई।”
नरेंद्र ने राहुल से उत्सुकता से पूछा ;”मैंने तुमको झापड़ मारा तो तुमनें रेत में लिखा और अभी पत्थर पे, ऐसा क्यों?”
राहुल ने उत्तर दिया; ” जब कोई ठेश पहुचाये तो उसे रेत में लिखने से क्षमा की हवाएं मिटा देंगी। लेकिन जब कोई अच्छा करे तो उसे पत्थर पे लिख के हमेशा के लिए स्थापित कर देना चाहिए।
इतना सुनते ही नरेंद्र ने राहुल को गले लगाते हुए माफ़ी मांगी और दोनों दोस्त खुशी खुशी अपनी मंजिल की तरफ चल दिए।
कहानी से सीख- Moral of the Story
कोई अगर तुमसे बुरा करे तो तुम बुरा मत मनो और अगर कोई तुमसे अच्छा करे तो उसे जिंदगी भर याद रखो।
7. Hungry Lion Story – भूखी शेर
जंगल में गर्मी के मौसम में एक शेर अपने गुफा से निकला क्यूंकि उसको बहुत भूख लगी हुई थी। उसको सामने एक खरगोश दिखा और उसने तुरंत उसको अपने पंजे में कैद कर लिया।
उसने कुछ हिचकिचाहट के साथ सोचा “इससे मेरा पेट नहीं भरेगा” |
इसी बिच शेर को थोड़ी दूर में भागता हुआ एक हिरन दिखाई दिया। हिरन को देखते ही शेर का दिल गदगद हो गया और वह तुरंत खरगोश को छोड़ के वह हिरन की और भागा।
आहट पाते ही हिरन तुरंत घने जंगल में गायब हो गया। इसी बिच खरगोश भी वहां से भाग चूका था। वापस आके खरगोश को वहां ना पा कर शेर नेअफ़सोस किया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
जितना अपने पास में हो उससे संतुष्ट होना चाहिए ,दुर की चीज़ो के पीछे भागने से अपनी चीजें भी खो जाती है।
8. Ramlal’s Business Story – रामलाल का व्यापार
एक दूध बेचने वाला जिसका नाम रामलाल था वह कुछ सालो में बहुत आमिर हो गया क्यूंकि वह गलत तरीके से दूध का व्यापार करता था। वह दूध बेचने के लिए एक नदी पार करके अपने ग्राहकों को दूध देता था। नदी पार करने के दौरान वह दूध में पानी मिला दिया करता था।
यह करके वह खूब आभूषण और पैसा जमा कर चूका था। उसका बेटा बड़ा हो चूका था और उसकी शादी तय हो गयी. वह ढेर सारे आभूषण लेके नाव पे वापस आ रहा था। अचानक से उसकी नाव पलट गयी और सारा का सारा धन और आभूषण डूब गया। रामलाल रोने लगा।
तभी अचानक से नदी से आवाज़ आयी “रोना बंद करो ,जो डूबा है वह तुम्हारा था नहीं ,तुमने गलत तरीके से इसको अर्जित किया था और इसलिए वो तुमसे छिन गया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
सत्यता ही सर्वोच्च निति है
9. Crow & Fox Story – कौवा
एक बार एक कौवे ने एक दूकान से वडा चोंच में लेके भाग गया। वह उड़ते उड़ते थोड़ी दूर में एक पेड़ पे जाके बैठ गया। इसी बिच एक लोमड़ी ने कौवे के चोंच में बड़ा देख लिया और तुरंत वह कौवे की बड़ाई करने लगा की कौवा कितना सुन्दर है उसके पंख कितने सुनहरे है और वह बहुत अच्छा गाता है।
लोमड़ी ने कहा “तुम्हरी आवाज़ कितनी अच्छी है एक गाना सुना दो तो मजा आ जाए। “कौवा आत्म मुग्ध होके जैसे ही गाने के लिए मुँह खोला उसके चोंच से बड़ा निचे गिर गया।
और लोमड़ी उसे खा के वह से चला गया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
दूसरों को मुर्ख मत बनाओ वरना तुम खुद मुर्ख बन जाओगे
10. Shepherd Boy Story – चरवाहा लड़का
एक चरवाहा लड़का अपने भेड़ो के झुण्ड को जंगल में चराने ले जाता था और एक बार बोर हो कर उसने सोचा क्यों न एक खेल खेलें। इसी सोच से वह जोर जोर चिल्लाने लगा “भेड़िया,भेड़िया भेड़िया भेड़ के बच्चे को ले जा रहा है।
” खेतो में काम कर रहे किसान भागते भागते उसके पास आये। किसान आते ही पूछे ‘किधर है भेड़िया?” लड़के ने हसते हसते बोला “कोई भेड़िया नहीं था मै बोर हो गया था इसलिए सोचा की आप लोगो को बुला लूँ | किसान बहुत गुस्सा हुए और उसको डांटा और फिर वह से वापस खेत में चले गए।
ऐसा ही उस लड़के ने चार पांच बार और किया और हर बार किसान आते थे लेकिन हर बार वह लड़का मजाक
कर रहा होता था।
एक बार सचमूच में भेड़िया उसके सामने आ गया और जल्द से वह लड़का पेड़ पे चढ़ के अपनी जान बचाया। हर बार की तरह इस बार भी वह लड़का भेड़िया कह कर चिल्लाया लेकिन किसानो को लगा की इस बार भी मजाक कर रहा है और कोई भी नहीं पंहुचा। इसी बिच भेड़िया ने एक भेड के बच्चे को उठा कर लेता चला गया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
एक झूठे का सच कभी नहीं माना जाता है।
11. The Watchman Story – चौकीदार
एक कंपनी के मैनेजर,राहुल,को अपने कंपनी के लिए चौकीदार चाहिए था। उसके लिए उन्होने ने इश्तेहार निकाला। बहुत लोग इंटरव्यू देने आये. लेकिन मैनेजर को कोई भी पसंद नहीं आ रहा था। आखिर में राजू नाम का एक व्यक्ति बैठा था जो इंटरव्यू के लिए बैठा था
राहुल ने मोदी से पूछा “आप थके हुए लग रहे है ? कोई बीमारी है क्या ?” राजू ने जबाब दिया नहीं साहब, ऐसी कोई बिमारी नहीं है ,लेकिन नींद नहीं आने की बिमारी है। ” राहुल ने तुरंत उसको रात के चौकदारी के लिए रख लिया क्यूंकि वह चाह के भी सो नहीं सकता।
कहानी से सीख- Moral of the Story
अपनी असलियत नहीं छुपाना चाहिए
12. Two Chickens Story – दो मुर्गे
दो मुर्गे आपस में बात करते करते अपनी अपनी मजबूती का दवा करने लगे। उसमे से एक ने बोला “चलो मैदान में कूदो वहां पता चल जायेगा की कौन कितना मजबूत है।” इस बात को सुनते ही दूसरा मुर्गा गुस्से में जमीन पर कूद पड़ा और पहले मुर्गे को ललकार के निचे बुलाने लगा।
दोनों मुर्गे मैदान में आमने सामने थे।
और दूसरे मुर्गे ने पहले मुर्गे को धराशायी कर दिया और ख़ुशी के मारे उर उर के घायल मुर्गे पे ताना मारने लगा। इसी बिच ऊपर से एक बाज मुर्गे को उड़ता देख तुरंत निचे आया और झपट कर उसको अपने चोंच से पकड़ कर आसामान में लेता गया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
अभिमान ले डूबता है
13. Kallu a Clever Thief – कल्लू एक चतुर चोर
कल्लू एक चतुर चोर था और वह अक्सर अपने चोरी का धन गरीबो में बाट देता था। अमिर उसके चतुराई से डरते थे और उसके साथी चोर उसकी चतुराई से जलते थे। दूसरे चोरो ने सोचा की कल्लू को किसी भी तरह से फसा दिया जाए।
इसलिए उन्होंने कल्लू को राजा के पायजामा चोरी करने का चैलेंज दिया। कल्लू ने इसको ख़ुशी ख़ुशी कबूल कर लिया।
उसने एक प्लान बनाया जिससे की राजा का पायजामा बड़े आराम से मिल जाए। वह राजा के कमरे में पहुंचने में कामयाब हुआ और उसने देखा की राजा सों रहे है। उसने चीटियों से भरे बोतल को खोल के राजा के पलंग पे फेक दिया।
राजा को चीटियों ने काट दिया और वह मदद के लिए संतरियों को बुलाया। संतरियों ने चीटिया ढूंढने में लग गए और इसी बिच में कल्लू राजा का पायजामा लेके चम्पत हो गया। दूसरे चोर कल्लू की समझदारी सुन के फिर से हैरान हो गए।उन्होंने ने कल्लू को अपना सरदार मानना कबूल कर लिया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
कहानी से सीख चतुर बने
14. King and Mustafa Story – राजा और मुस्तफा
300 साल पहले की बात है,मुस्तफा नाम का एक गुलाम ,अपने क्रूर राजा से परेशान होके जंगल में भाग जाता है। वहां अचानक से एक लंगड़ाता हुआ शेर दिखाई देता है। वह चुपके से पेड़ के पीछे से शेर की सारी हरकतों को देख रहा होता है। उसको समझ में आता है की शेर के पाव में कुछ अटका पड़ा है जिसको बार बार शेर हटाने की कोशिश कर रहा ,लेकिन उसमे असफल रहता है।
किसी तरह हिम्मत जुटा के मुस्तफा शेर के पास जाता है और धीरे से उसको पुचकारना चालू करता है। शेर पहले तो गुर्राता है लेकिन फिर शांत हो जाता है।धीरे से मौका पाके मुस्तफा शेर के पैर से काटा निकाल देता है और फिर जंगल में निकल पड़ता है।
कुछ दिनों बाद वही क्रूर राजा जंगल में शिकार करने आता है और वह कई जानवरो को पकड़ लेता है जिसमे की वह शेर भी शामिल होता है। इसी बिच मुस्तफा भी राजा के सैनिको द्वारा पकड़ लिया जाता है और उसको राजा के सामने पेश किया जाता है।
मुस्तफा को देखे ही राजा का खून खौल उठता है और वह अपने सैनिको से मुस्तफा को शेर के पिंजरे में डालने को कहता है ताकि शेर उसको देखते ही उसको मार डाले। पिंजरे में डाले जाने पे मुस्तफा की हालत खराब हो जाती है।
लेकिन थोड़ी ही देर में मुस्तफा को समझ आ जाता है की यह वही शेर है जिसके पैरो से उसने काटा निकला था। शेर उसको देख के उसके पास आता है और फिर वापस लौट जाता है क्यूंकि शेर को भी मुस्तफा की मदद याद रहती है।
बाद में मुस्तफा अपने दिमाग से राजा को कई इधर उधर की कहानियों में उलझा कर शेर सहित सारे जानवरो को आजाद करवा देता है।
कहानी से सीख- Moral of the Story
दूसरों की जरूरत में मदद करनी चाहिए बाद में कई बार हमें उसका पुरस्कार किसी न किसी रूप में जरूर मिलता है।
15. Beautiful Horse Story – सुन्दर घोडा
एक जगह एक सुन्दर घोडा चरा करता था लेकिन उसको हमेशा डर लगा रहता था क्यूंकि उसी इलाके में एक बाघ में कभी कभार दिख जाता था। लेकिन फिर भी चारा खाने वह घोडा उस इलाके में रोज निकलता था। एक दिन उसको वही पर एक शिकारी मिला।
घोड़े ने उस शिकारी से अपनी परेशानी साझा की। शिकारी ने बोला “मुझे डर नहीं लगता क्यूंकि मेरे पास बन्दूक है और इससे मै किसी भी जानवर को मार गिरा सकता हु। “यह सुन कर घोड़े ने शिकारी से पूछा की क्या शिकारी उसकी मदद कर सकता है। शिकारी ने उसको बोला “मेरे साथ रहो तुम्हारी जान को कभी ख़तरा नहीं होगा। “
घोडा मान गया और वह शिकारी उसके ऊपर बैठ कर करके उसको शहर के एक अस्तबल में चोर छोड़ दिया। घोडा सोचना लगा मुझे जान से खतरा तो हट गया लेकिन मेरी आजादी छीन गयी।
कहानी से सीख- Moral of the Story
दूसरे छोर पर हमेशा हरियाली
16. Lies Cost Dearly Story – झूट पड़ा महंगा
अखिलेश,राहुल ,तेजस्वी,कन्हैया,ये चार दोस्त रात में पार्टी करके वापस लौटे और अगली सुबह उनके क्लास टेस्ट था। चारो ने तैयारी नहीं की थी और इसलिए एक जोरदार प्लान बनाया की हम सब डीन को ये बोल देंगे की रास्ते में एक घायल महिला मिली इसलिए उसको हॉस्पिटल ले जाना पड़ा। हॉस्पिटल ले जाने की वजह से काफी लेट हो गया और इस वजह से हम लोग आज परीक्षा दे पानी की स्तिथि में नहीं है।
डीन ने थोड़ा सोचा और चारो को शाबासी दी और कहा की 3 दिन बाद आपकी परीक्षा होगी। चारो दोस्त अपने प्लान के सफल होने पे बहुत खुश हुए और उस रात भी पार्टी की. 3 दिन तक सब ने जम के पढाई की और बाद में जब परीक्षा का पेपर मिला तो उनकी हालत खराब हो गयी.पेपर में केवल दो निचे वाले सवाल थे।
1) आपका नाम? (1 अंक)
2) कौन से हॉस्पिटल में महिला को भर्ती किया गया था? (99 अंक)
कहानी से सीख- Moral of the Story
सच बोलना ज्यादा फायदेमंद होता है।
17. Gorilla Story – गोरिल्ला
एक गोरिल्ला जंगल में घूम रहा था और उधर ही अचानक से एक पात्री दिखाई दिया। उसने देखा की वह यात्री अपनी अंगुलियों को गोल करके अंदर फूक मार रहा है। जब गोरिल्ला ने उससे पूछा तो
उसने बोला की मुँह से फुक मार के वह हाथ गरम कर रहा है क्यूंकि उससे ठंडी लग रही है। यह सुन के गोरिल्ला उसको अपनी गुफा में ले गया और वहां पर यात्री को पिने के लिए सूप दिया।
सुप पिने के दौरान यात्री फिर अपने मुँह से फिर फूक मारने लगा इस बार फिर गोरिल्ला ने पूछा की सुप से ठण्ड लग रही है क्या? यात्री ने कहा “नहीं मै फूक मार कर इस सूप को ठंडा कर रहा हु।” इतना सुनते ही गोरिल्ला भड़क गया और उसने यात्री को तुरंत वह से जाने के लिए कहा।
कहानी से सीख- Moral of the Story
कोई भी उन लोगों पर विश्वास नहीं करता है जिनके पास दोहरे शब्द हैं।
18. Cat and Wolf Story – बिल्ली और भेड़िया
एक बार बिल्ली और भेड़िया आपस में बात चित कर रहे थे की कैसे जंगली कुत्ते कितने निर्दयी और बदमाश है। बात चित में भेड़िया ने बिल्ली से जानना चाहा की कैसे वो जंगली कुत्तो को सामना करती है ,बिल्ली चालक थी इसलिए बिल्ली ने कहा की आप बड़े हो ,आप अपने कुछ गुरु मंत्र बताइये।
भेड़िया यह सुन के बड़ा खुश हुआ और उसने बिल्ली को बोला “मेरे पास बहुत सारे तरीके है जैसे की घनी झाड़ियों के पीछे लकड़ियों की टोह लेके मांद में छुपके। इसी बिच दोनों ने जंगली कुत्तो के एक झुण्ड को अपनी तरफ आते देखा।
बिल्ली ने तुरंत भेड़िया को बोला “मुझे तो सिर्फ एक टोटका आता है और वह मै उपयोग करने जा रही हु।” यह बोल के वह तुरंत पेड़ के टहनी के सहारे पेड़ पे चढ़ गयी सारे जंगली कुत्तो ने भेड़िया को घेर के उसको मार डाला।
कहानी से सीख- Moral of the Story
एक काम को अच्छे से जानना ज्यादा बेहतर है इसकी बजाय की आप हर काम को आधा आधा जानते है
19. Cat Bell Story – बिल्ली की गले की घंटी
एक किरानेवाले के यहाँ बहुत सारे चूहे हो गए थे और वो सारे चूहे अनाज और खाने पिने की चीज़ो को खाते और गिराते भी थे। परेशान होकर किरानी की दूकान के मालिक ने इसका समाधान के लिए एक बिल्ली को खरीद लिया। बिल्ली के आते ही चूहों की हालत खराब क्यूंकि बिल्ली चूहों को देखते ही चुप चाप पीछे से झपट्टा मार के उनको अपने कब्जे में कर लेती थी।
चूहों का आजादी से आना जाना बंद हो चूका था और चूहों की संख्या लगातार कम होती गयी। अपनी काम संख्या और आवाजाही को काम होता देख सारे चूहों ने एक मीटिंग बुलाई। सब अपनी राय देनी चालू की। उसी में से एक समझदार चूहे ने कहा “बिल्ली चुप चाप हमारे पीछे भाग के आती है और हमें पता नहीं चल पता ,इसलिए हमारी संख्या काम हो रही है।
इसलिए हमारे लिए सबसे अच्छा उपाय यह है की हम बिल्ली के गले में एक छोटी सी घंटी बाँध देते है जिससे बिल्ली के आने जाने की खबर हमें लगती रहेगी। सारे चूहे इस अनोखे सुझाव को सुन कर खुश हो गए की हमारे दिक्कत एक एक समाधान मिल चूका है। इस बिच एक बुड्ढा बिल्ला बोला “बिल्ली के गले में घंटी बंधेगा कौन?” यह सुनते ही
पूरे मीटिंग में सन्नाटा छा गया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
सिर्फ कहने से नहीं करने से ही काम बनता हैं
20. Wolf and the Stork Story – भिडिया और सारस
एक बार एक भेड़िया जिसका नाम भेदी था वह मस्ती से किसी जानवर का मांस खा रहा था। मांस खाते खाते उसके दांत में हड्डी का एक टुकड़ा फंस गया और उसको बहुत दर्द से रोने लगा। उसकी कराह सुन के सनी नामक सारस उसके पास आया।
उसने मांस और भेड़िया दोनों के देख के सोचा की काश किसी भी तरह से मांस का टुकड़ा मुझे भी मिल जाता। सनी ने भेदी से पूछा ” क्या हुआ भेदी भाई,क्यों जोर जोर से रो रहे हो?” भेदी ने बोला ” मेरे दांत में हड्डी फंस गयी है। सनी ने बोला “अगर मै निकाल दूं तो तुम मुझे इनाम दोगे क्या ?
“भेदी तुरंत तैयार हो गया।
सनी ने अपने लम्बे चोंच से भेदी के दांत से हड्डी का टुकड़ा निकाल दिया और भेदी का दर्द ख़तम हो गया। इसके बाद सनी ने इनाम माँगा तो भेदी ने हँसते हुए बोला ” मैंने तुम्हारी जान नहीं ली ,ये इनाम से कम है क्या ?”सनी भेदी की धूर्तता से काफी आहात होके वहा से चला गया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
जो मदद पाने लायक है केवल उनकी मदद करनी चाहिए
21. City Crows’ Story – शहर के कौवे
अकबर को अपने दरबारियों से पहेलियाँ पूछने का शौक था और वो अक्सर अपने दरबार में राजदरबारियों को मुश्किल में डाल दिया करते थे। अकबर ने अपने दरबार में पूछा ” पूरे शहर में कितने कौवे है ?”पूरे राजदरबारी विपदा में आ गए और उनके पसीने छूटने लगे।
इसी बिच अकबर के मंत्री बीरबल प्रवेश करते है और उन्होंने माहौल को भांपते हुए अकबर से जबाब देने की अनुमति मांगते है। अकबर अकबर ने ख़ुशी से उत्तर जानना चाहा.
बीरबल ने बोला ” इस सहर में पूरे सत्तर हजार आठ सौ एक हत्तर कौवे है। “अकबर ने बीरबल से पूछा “आपके इतने यकीं से ये संख्या कैसे मालूम ?”बीरबल ने कहा ” आप अपने सैनिक भेज के गिनवा लीजिये ,अगर गिनती में कम हुए तो इसका मतलब कुछ कौवे अपने रिश्तेदारों के यहाँ गए है और ज्यादा हुए तो कुछ कौवो के यहाँ नए रिश्तेदार घूमने आये है।
अकबर बीरबल की समझदारी से प्रसन्न हुए और हिरे का हार उनको इनाम में दिया।
कहानी से सीख- Moral of the Story
एक हाश्य से भरा उत्तर भी काम आ सकता है भले वो एकदम सही ना हो
22. Lion & Bulls Story – शेर और गाय
एक गाँव में बहुत सारी गायें थे और वो चारा के लिए पास के लिए बगल वाले जंगल में जाते थे। उसी जंगल में एक बहुत खूखार शेर रहता था। जब भी गाये जंगल में जाती थी ,शेर एक गाय को चुन कर उसको मार देता था और उसका मांस खा जाता था।
इस बात को लेके गायों ने एक बैठक बुलाई और उसमे समझदार गाय ने कहा “आप लोग सब जानते है की शेर हम में से हर बार एक को मार के खा जाता है और उसका कारण यह की हम सब अलग अलग जंगल में चरने के लिए जाते है।
आज से हम सब लोग एक साथ चलेंगे और चरेंगे। सभी गायें जंगल में निकल पड़ी और जैसे ही जंगल में शेर दिखा सभी गायें झुण्ड में तरफ धावा बोल दिया। शेर यह देख के डर गया और वहां से भाग गया।
कहानी से सीख – Moral Hindi Story
विभाजित हम गिर जाते हैं और संयुक्त हम खड़े।
23. Lure of the Fly Story – मक्खी का लालच
एक बार एक व्यापारी अपने ग्रहक को शहद बेच रहा था। तभी अचानक व्यापारी के हाथ से फिसलकर शहद का बर्तन गिर गया । बहुत सा शहद भूमि पर बीखर गया । जितना शहद ऊपर-ऊपर से उठाया जा सकता था उतना व्यापारी ने उठा लिया । परन्तु कुछ शहद फिर भी जमीन पर गिरा रह गया।
कुछ ही देर में बहुत सी मक्खियाँ उस ज़मीन पर गिरे हुए शहद पर आकर बैठ गयीं। मीठामीठा शहद उन्हें बड़ा अच्छा लगा । वह जल्दी-जल्दी उसे चाटने लगीं। जब तक उनका पेट भर नहीं गया वह शहद चाटती रहीं।
जब मक्खियों का पेट भर गया और उन्होने उड़ना चाहा, तो वह उड़ ना सकीं। क्योंकि उनके पंख शहद में चिपक गए थे । उड़ने के लिए उन्होने बहुत कोशिश की परन्तु वह फिर भी उड़ ना पायीं। वह जितना छटपटाती उनके पंख उतने चिपकते जाते । उनके सारे शरीर में शहद लगता जाता।
काफी मक्खियाँ शहद में लोट-पोट होकर मर गायीं । बहुत सी मक्खियाँ पंख चिपकने से छट पटा रहीं थीं । परन्तु तब भी नई मक्खियाँ शहद के लालच में वहाँ आती रहीं। मरी और छट पटाती मक्खियों को देखकर भी वह शहद खाने का लालच नहीं छोड़ पाई ।
मक्खियों की दुर्गति और मूर्खता देखकर व्यापारी बोला जो लोग जीभ के स्वाद के लालच में पड़ जाते है, वह इन मक्खियों के समान ही मूर्ख होते हैं। स्वाद के थोड़ी देर के सुख उठाने के लालच में वह अपने स्वास्थ को नष्ट कर देते हैं । रोगी बनकर तड़पते है और जल्द ही मर जाते हैं।
कहानी से सीख – Moral Hindi Story
जरुरत से ज्यादा लालचअच्छी नहीं होती।
24. Tailless Fox Story – बिना पूँछ की लोमड़ी
शिकारियों के हमले से एक लोमड़ी की जान तो बच गई लेकिन उसकी पूँछ कट गई। उसे बहुत शर्म आ रही थी। अपनी शर्म छिपाने के लिए उसने सारी लोमड़ियों की सभा बुलाई और बोली, “मेरे साथियो, मेरे ऊपर ईश्वरं ने विशेष कृपा की है और मेरी पूँछ हटा दी है। अब मैं सुखी और आरामदायक जीवन जी सकती हूँ।
हमारी पूँछे तो कुरुप और बोझ जैसी हैं। हैरानी की बात है कि हमने अब तक अपनी पूँछों को काटा क्यों नहीं! मेरी सलाह मानो और सब लोग अपनी-अपनी पूँछे काट डालो।”
एक चालाक लोमड़ी उठ खड़ी हुई और हँसते हुए बोली, “अगर मेरी पूँछ भी कट गई होती, तब तो मैं तुम्हारी बात का समर्थन कर देती। लेकिन मेरी पूँछ तो सकुशल है तो मैं या बाकी लोमड़ियाँ अपनी-अपनी पूँछ क्यों काटें ? तुम अपनी स्वार्थी सलाह अपने पास ही रखो।
कहानी से सीख – Moral Hindi Story
जरुरत से ज्यादा चालक हमें दाल सकता हैं।
25. Horse and Donkey Story – घोड़ा और गधा
एक धोबी के पास एक घोड़ा और एक गधा था। एक दिन, धोबी ने कपड़ों की भारी पोटली गधे की पीठ पर लाद दी। घोड़े के ऊपर कुछ नहीं लादा।
गधे के ऊपर लदा बोझा काफी भारी था। उसने घोड़े से अनुरोध किया, “भाई! मैं इस बोझ के मारे मरा जा रहा हूँ। कुछ बोझा अपने ऊपर ले लो।”
घोड़े ने साफ इन्कार कर दिया, “मैं क्यों तुम्हारा बोझा लादूँ ? घोड़े तो सवारी के लिए होते हैं, बोझा ढोने के लिए नहीं।”
गधा चलता रहा। कुछ देर बाद गधा बोझा नहीं सह पाया और गिर पड़ा। अब धोबी को अपनी गलती समझ में आई। उसने गधे को पानी पिलाया और सारा बोझा घोड़े के ऊपर लाद दिया।
अब घोड़ा पछताने लगा। वह सोचने लगा, “अगर मैंने गधे की बात मानकर उसका आधा बोझा अपनी पीठ पर ले लिया होता, तो मुझे पूरा बोझा लादकर बाज़ार तक इस तरह नहीं जाना पड़ता!”
कहानी से सीख – Moral Hindi Story
बुरा के साथ बुरा ही होता हैं।
26. Dog lying in the Trough Story – हौद में पड़ा कुत्ता
एक बाड़े में एक कुत्ता रहता था। वह हमेशा घोड़ों का चारा रखने की हौद में मुलायम सूखी घास पर सोता रहता था। वैसे कुत्ते का भोजन तो बाड़े के बाहर अहाते में रखा जाता था लेकिन स्वार्थी कुत्ता उसी हौद में पड़ा रहता था। इतना ही नहीं, जब घोड़े खाना खाने आते, तो वह उन पर भौंकने भी लगता।
बेचारे घोड़े अपना खाना तक नहीं खा पाते थे! वे कुत्ते को बताते कि किसान ने अहाते में उसके लिए हड्डियाँ रखी हैं, लेकिन कुत्ता हौद से बाहर निकलने को तैयार ही नहीं होता था।
“कितना स्वार्थी कुत्ता है!” घोड़ों ने आपस में कहा। “वह जानता है कि वह घास नहीं खा सकता लेकिन वह तो हमें भी कुछ खाने नहीं देता। वह हमें तो परेशानी में डालता ही है, वह खुद भी परेशानी में पड़ेगा!”
कहानी से सीख – Moral Hindi Story
किसीका बुरा सोचना नहीं चाइये।
27. Clever Rabbit Story – चालाक खरगोश
एक बार एक चीकू नाम का खरगोश था । एक दिन वह अपनी पत्नी के साथ बाग में घूम रहा था जब उसकी पत्नी ने पेड़ पर मीठे-मीठे फल लटके देखे तो उसके मुंह में पानी आ गया।
उसने चीकू से फल तोड़कर लाने को कहा। इस पर चीकू ने कहा कि यह बाग एक भेड़िये का है जो बहुत ही खूखार है। अगर उसे पता चल गया कि हमने फल तोड़े है तो वह हम दोनों को मार कर खा जायेगा । परन्तु चीकू की पत्नी उसके समझाने पर भी ना मानी ।
हारकर चौकू को फल तोड़ने जाना पड़ा। चीकू ने जैसे ही फल तोड़ने शुरू करे, वहाँ भेड़िया आ गया । चीकू फौरन फल लेकर भगा और पास पड़े एक ड्रम में घूस गया और उस ड्रम में फल रखकर बाहर आकर चुपचाप खड़ा हो गया ।
तभी भेड़िया वहाँ आ गया और उसने चीकू से पूछा कि क्या उसने किसी खरगोश को वहाँ से फल ले जाते हुए देखा है। चीकू फौरन समझ गया कि भेड़िये ने उसे पहचाना नहीं । उसने भेड़िये से कहा कि अभी-अभी एक खरगोश को मैने इस ड्रम में घूसते हुए देखा है । उसके पास बहुत से फल थे।
भेड़िया ड्रम के पास गया तो उसे उसमें से फलों की खुशब आ रही थी। भेड़िया खरगोश को मारने के लिए उस दूम में घुस गया । चालाक चौक के फटाफट इम का ढकन बंद कर दिया । भड़िया ड्रम के अन्दर ही मर गया । चीकू और उसकी पत्नी उस बाग के मालिक बन गए । इस तरह चीकू ने अपनी बुद्धि से न सिर्फ अपनी जान बचायी बल्कि उस बाग का मालिक भी बन गया ।
कहानी से सीख – Moral Hindi Story
मुश्किल में अपना बुद्धिको ठीक से ब्यबहार करना चाहिए।